प्रिय मित्रों,
हिंदी माध्यम में IAS बनना एक सपने सा लगता है | इंग्लिश माध्यम तुलना कई गुना मेहनत, कई गुना समय खर्च करने के बावजूद रिजल्ट अधिकतर मामलों में कुछ भी नहीं | इसके कारणों की पड़ताल करें तो सबसे प्रमुख कारण है हिंदी माध्यम में UPSC की तैयारी के लिये सटीक और स्तरीय मैटेरियल की कमी | दूसरी प्रमुख बात है कि हिंदी माध्यम से तैयारी करने वाले कंडीडेट ग्रामीण क्षेत्र से सम्बन्ध रखते है और शुरुआत से ही उनकी शिक्षा-दीक्षा हिंदी माध्यम में ही होती है | ऐसे कंडीडेट लाख कोशिशें करने के बावजूद भी इस स्तर पर अपना माध्यम नहीं बदल सकते और हिंदी माध्यम से ही तैयारी करने को मजबूर हो जाते हैं | (कुछ अपवाद जरुर हैं पर सामान्यतः ये असम्भव ही होता है |)
जो समय बीत गया उसको वापस पाना असम्भव है लेकिन हम अपने वर्तमान को अच्छे ढंग से उपयोग करके अपने सपनों को साकार कर सकते हैं | सच पूछिये तो इंग्लिश से बचकर चलना आज के युग में न सम्भव है और न ही बुद्धिमानी ही | व्यवस्था का विरोध करने से अच्छा है खुद को बदला जाय | आप भले ही इंग्लिश में कम्पलीट परीक्षा नहीं दे सकते लेकिन अपने स्टडी मैटेरियल में इंग्लिश किताबों, न्यूज पेपर्स, लेक्चर्स का थोड़ा बहुत ही सही पर उपयोग कर सकते हैं | इन प्रयासों के जरिये आप इंग्लिश माध्यम के प्रतियोगियों की आसानी से बराबरी ही नहीं कर पायेंगें बल्कि आपके सपने भी सच होंगे, सफलता आपकी होगी ...|
'जब जगे तभी सवेरा' तो क्यों न आज से ही शुरू करें......अपनी रणनीति में बदलाव कीजिये और सफलता के शिखर को चूमिये |
-OM PANDEY (IASPREP)
हिंदी माध्यम में IAS बनना एक सपने सा लगता है | इंग्लिश माध्यम तुलना कई गुना मेहनत, कई गुना समय खर्च करने के बावजूद रिजल्ट अधिकतर मामलों में कुछ भी नहीं | इसके कारणों की पड़ताल करें तो सबसे प्रमुख कारण है हिंदी माध्यम में UPSC की तैयारी के लिये सटीक और स्तरीय मैटेरियल की कमी | दूसरी प्रमुख बात है कि हिंदी माध्यम से तैयारी करने वाले कंडीडेट ग्रामीण क्षेत्र से सम्बन्ध रखते है और शुरुआत से ही उनकी शिक्षा-दीक्षा हिंदी माध्यम में ही होती है | ऐसे कंडीडेट लाख कोशिशें करने के बावजूद भी इस स्तर पर अपना माध्यम नहीं बदल सकते और हिंदी माध्यम से ही तैयारी करने को मजबूर हो जाते हैं | (कुछ अपवाद जरुर हैं पर सामान्यतः ये असम्भव ही होता है |)
जो समय बीत गया उसको वापस पाना असम्भव है लेकिन हम अपने वर्तमान को अच्छे ढंग से उपयोग करके अपने सपनों को साकार कर सकते हैं | सच पूछिये तो इंग्लिश से बचकर चलना आज के युग में न सम्भव है और न ही बुद्धिमानी ही | व्यवस्था का विरोध करने से अच्छा है खुद को बदला जाय | आप भले ही इंग्लिश में कम्पलीट परीक्षा नहीं दे सकते लेकिन अपने स्टडी मैटेरियल में इंग्लिश किताबों, न्यूज पेपर्स, लेक्चर्स का थोड़ा बहुत ही सही पर उपयोग कर सकते हैं | इन प्रयासों के जरिये आप इंग्लिश माध्यम के प्रतियोगियों की आसानी से बराबरी ही नहीं कर पायेंगें बल्कि आपके सपने भी सच होंगे, सफलता आपकी होगी ...|
'जब जगे तभी सवेरा' तो क्यों न आज से ही शुरू करें......अपनी रणनीति में बदलाव कीजिये और सफलता के शिखर को चूमिये |
-OM PANDEY (IASPREP)
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